हरियाणा

राष्ट्रवाद की क्या परिभाषा होती है, इस बारे मेें समझायें तो कोई-अजय चौटाला

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-

Himani Narwal Murder Case: हिमानी की मौत सिर्फ एक आरोपी या है इसके पीछे कोई बड़ी राजनीतिक चाल
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चुनावी सरगर्मियों के बीच प्रत्याशियों के समर्थन में विभिन्न पार्टियों के नेता उनको जीताने के लिए भाग-दौड़ करते नजर आ रहे हैं, ताकि प्रत्याशी जीतकर लोकसभा में बैठकर प्रदेश की जनता की आवाज उठा सके। इसी बीच जननायक जनता पार्टी के संस्थापक डॉ. अजय सिंह चौटाला कार्यकत्र्ताओं के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि 1975 में इमरजेंसी काल था, जिसमें नेता जेल में डाल दिये गये थे और वर्दी वाले को देखकर लोग झाडिय़ों मेें छिप जाया करते थे। जिसके बाद परिस्थितियों मेें बदलाव लिया और 31 दिन के बाद कई पार्टी नई जुड़ गई। लेकिन अब विपरीत परिस्थितियां बदल गई है, लोग समझ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जैसे चीन में एक हुकुमत का राज है, वैसे ही भारत में सोच-समझकर आगे चलने की जरूरत हो गई है। उन्होंने कहा कि वोटरों के बीच में जात-पात, शहर-देहात की बात करेंगे, लेकिन इससे आपको बहकना नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों से काला धन, 2 करोड़ सालाना रोजगार के बहकावे में आकर लोगों ने भाजपा को जीताने का काम किया था, लेकिन जीएसटी से लोग बेरोजगार हो गये, किसानों को स्वामीनाथन आयोग रिपोर्ट का लाभ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का नारा देने वाली सरकार मेें बेटियां, महिलायें सुरक्षित नहीं हैं। आज ऐसे हालात पैदा हो गये हैं, कि हर आदमी दु:खी है। आज सरकार के पास कोई मुद्दे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद की परिभाषा क्या होती है, इस बारे में कोई समझा सकता है। भाजपा के पास झूठ बोलने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक दल अब न्याय की बात करता है, जबकि पहले 70 साल अन्याय किया था, अब क्या न्याय करेंगे। उनके पास आरोप लगाने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं है। इस अवसर पर मियां सिंह, हरचरण सिंह, उपेन्द्र गर्ग, बिट्टू नैन, नरेन्द्र श्योकंद, शीशपाल गुलाडी, रघबीर नैन, बलवान दनौदा, बलराज दनौदा, सूबे सिंह धत्तरवाल, चरणजीत मिर्धा, अनूप सहरावत सहित अनेक कार्यकत्र्ता उपस्थित रहे।

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